कोशिका विभाजन क्या है - Koshika vibhaajan kya hai
मानव शरीर में प्रतिएक सेकंड लगभग लाखो कोशिका मरती है जिनका स्थान नई कोशिकाये लेती है जब कोशिका बनती है तो बहुत छोटी होती है शारीरिक विकास की प्रक्रिया में कोशिका के आकार में वृद्धि एक सीमा तक ही होती है पूर्ण विकसित होने के बाद कोशिका दो भागो में विभाजित हो जाती है
कोशिका विभाजन ( कैरिओ काईनेसिस ) मुख्य रूप से नष्ट हुई कोशिकाओं के स्थान पर नई कोशिकाये स्थापित करने के लिए भी होती है केंद्र से विभाजित होकर ही कोशिका द्रव बनता है जिसके मिलने से ही कोशिका विभाजन होता है हमारे शरीर की अधिकांश कोशिका नष्ट होने के उपरांत उत्प्रन हो जाती है लेकिन दिमाक की कुछ कोशिका नस्ट होने के उपरांत उत्प्रन नहीं होती है इसी कारण शरीर के कुछ भागो पे लगी चोट ठीक नहीं हो पाती है
कोशिका एक विशेष आकार प्राप्त करने के उपरान्त दो भागो में विभक्त हो जाती है
- सूत्री विभाजन
- अर्धसूत्री विभाजन
सूत्री विभाजन
मानव शरीर में होने वाली कोशिका विभाजन अधिक जटिल प्रक्रिया होती है जिसमे सभी कोशिका दो संतान कोशिकाये उत्प्रन करती है जो सभी समान होती है ये शरीर की वृद्धि भी करते है
अर्धसूत्री विभाजन
इस प्रकार का कोशिका विभाजन मुख्य प्रजनन कोशिकाओं ( जैसे- शुक्राणु , डिम्ब ) आदि में होता है सूत्री विभाजन में केवल एक है जबकि इसमें दो प्रकार का विभाजन होता है
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