जिमनास्टिक के उपकरण का ऐतिहासिक विकास


 जिमनास्टिक के उपकरण का ऐतिहासिक विकास


अगर हमें जिमनास्टिक के उपकरण के इतिहास के बारे में जानना है तो हमें प्राचीन सभ्यताएं जैसे कि चाइनीज इंडियन ग्रीक रोमन आदि के इतिहास में जाना पड़ेगा। इन सभी सभ्यताओं की गहन अध्ययन के बाद पता चलता है कि जिमनास्टिक के उपकरणों का विकास किस प्रकार और कहां पर हुआ। जो निम्न प्रकार से है:--


The horse: ---हॉर्स का आविष्कार 375ID में रोम में हुआ। रोम के लोग इन घोड़ों का इस्तेमाल अपनी मिलिट्री की ट्रेनिंग के लिए किया करते थे इनके ऊपर बैठकर हथियार चलाना और कुछ दूसरे व्यायाम किया करते थे यह घोड़े लकड़ी के बने होते थे। रूम के इतिहास से हमें प्रतीत होता है कि सन 18 से 11 ईसवी में पहली बार जॉन के प्ले ग्राउंड पर इन घोड़ो को देखा गया और इनका नाम वोटिंग अवस्था जॉन्स प्ले ग्राउंड बरलिन जर्मनी में है।



इन्हीं होठों के ऊपर 2 से 4 इंच के हैंडल लगे होते थे जिन्हें पकड़कर व्यायाम किए जाते थे जिन होठों पर यह 2 से 4 इंच के हैंडल लगे होते थे उन्हें शायड हॉस या फॉर्मल हॉटशस कहते थे। यही दोनों वह पहले घोड़े थे जोकि जिमनास्टिक के उपकरण के रूप में इस्तेमाल किए जाते थे। आधुनिक युग में पामैल हॉर्स का इस्तेमाल केवल पुरुष जिमनास्ट ही करते हैं.


Height: 1.15 meters (3 feet, 9 inches)


Length at the top: 1.6 meters (5 feet, 3 inches)


Width: 35 centimeters (13 1/2 inches) 


 Distance between pommels: 40 to 45

 centimeters (15 1/2 to 17 1/2 inches) 


Height of pommels: 12 centimeters (4 1/2 inches)

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