व्यायाम का महत्व ( Value of Exercise)


 व्यायाम का महत्व ( Value of Exercise) 


शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए व्यायाम का महत्व काफी अधिक होता है इससे हमारी मांसपेशियां क्रियाशील बनती है हमारे जोड़ों में पर्याप्त लचक प्राप्त होती है हमारी हड्डियां भी मजबूत बनती है वह हमारे शरीर के आंतरिक में बाहरी अंगों का भी तालमेल बढ़ता है


व्यायाम का शरीर के विभिन्न अंगों पर प्रभाव


व्यायाम करने से हमारे शरीर के निम्न अंगों पर तिल भाव बताएं


रक्त संचालन ( Blood Circulation) 


व्यायाम करने से हमारे हृदय की गति बढ़ जाती है जिससे रक्त संचरण की क्रिया भी तेज हो जाती है और दबाव को भी बढ़ाता है


स्वास तंत्र (Breathing )


व्यायाम करने से हमारे शरीर से तेजी से कार्बन डाइऑक्साइड गैस बाहर निकलती है तथा ऑक्सीजन की क्रिया भी तेजी से ग्रहण की जाती है से शरीर को कार्य करते समय ऊर्जा की पूर्ति होती रहती है रक्त संचरण पर भी इसका प्रभाव पड़ता है


पाचन तंत्र ( digestion System) 


व्यायाम करने से पाचन तंत्र मजबूत हो जाता है जिससे वह भोजन को भी आसानी से पचा लेता है शादी उसकी शक्ति व गति में भी इसका प्रभाव पड़ता है


त्वचा तंत्र ( skin system) 


व्यायाम करने से रक्त संचरण के क्रिया तेज होती है जिससे त्वचा में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं


पेशीय तंत्र ( Muscular System) 


व्यायाम करते समय हमारे जोड़ों में पेशियों में आवश्यक लचक पैदा होती है साथी है व्यायाम करने में अत्यंत लाभकारी होता है अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होने पर शरीर पर उत्पन्न फैट  से भी हमें ऊर्जा प्राप्त कराई जाती है जबकि ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में प्राप्त नहीं हो रही होगी


तंत्रिका तंत्र ( Nervous System) 


व्यायाम करते समय हमारे शरीर की संवेदनात्मक एवं क्रियात्मक नसे अधिक तिरुपति से कार्य करती है जिनसे बहुत सूक्ष्म होती है परंतु हमारे शरीर को शारीरिक व मानसिक शांति प्रदान करती है


मूल तंत्र ( Kidney) 


व्यायाम करने से हमारे शरीर में मौजूद अपशिष्ट पदार्थ या साधारण भाषा में मल मूत्र का त्याग आसानी से हो जाता है साथ ही शरीर में मौजूद यूरिक एसिड भी आसानी से बाहर निकल जाता है


व्यायाम करते समय ध्यान रखने योग्य बातें


- व्यायाम प्रातः काल हो तथा खेलकूद संध्याकाल हो


- पेट के व्यायाम करने के पश्चात हमें भोजन नहीं करना चाहिए जिसकी अवधि 2 से 3 घंटे बाद होनी चाहिए


- व्यायाम को हमेशा खुली संख्या पर करना चाहिए


- व्यायाम के शुरुआत हमेशा हल्के व्यायाम से करनी चाहिए


- व्यायाम से थकान नहीं होनी चाहिए


- व्यायाम को सही प्रकार से करना चाहिए अन्यथा उनका गलत प्रयोग हमें गलत प्रभाव पड़ा सकता है


- व्यायाम नियमित प्रयोग से बहुत सी बीमारी में सुधार होता है साथी हमारा शरीर सुडौल में रोग मुक्त बना रहता है





 



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